Thursday, May 15, 2014

जीवन की राह कठिन न हो,
इसलिए ऊंगली पकड़ चलाता है पिता.!
कठिनाइयों का सामना करो हँस के,
इसलिए सख्ती दिखाता है पिता..!!
Jeevan ki raah kathin na ho,
Isliye ungli pakad chalata hai Pita..
Kathinaiyon ka saamna karo hans ke,
Isliye sakhti dikhata hai Pita..

हर ख्वाहिश पूरी हो,
इसलिए दुगुनी मेहनत करता है पिता.!
चीजों की अहमियत समझ सको,
इसलिए पाबंदी लगाता है पिता..!!
Har khwahish puri ho,
Isliye duguni mehnat karta hai Pita..
Cheezon ki ahmiyat samajh sako,
Isliye pabandi lagata hai Pita..

गलत राह पे न चल पड़े,
इसलिए नज़र रखता है पिता.!
शर्म से नज़रें झुकानी न पड़े,
इसलिए सीख देता है पिता..!!
Galat raah pe na chal pade,
Isliye nazar rakhta hai Pita..
Sharm se nazrein jhukani na pade,
Isliye seekh deta hai Pita..

बचपन में तकलीफ़ न हो,
इसलिए खुद की जवानी लुटाता है पिता.!
जवानी आराम से काट लो,
इसलिए उम्र भर की कमाई दे देता है पिता..!!
Bachpan mein takleef na ho,
Isliye khud ki jawani lutata hai Pita..
Jawani aaram se kaat lo,
Isliye umra bhar ki kamai de deta hai Pita..

घर अच्छे से चले,
इसलिए प्रधान हो जाता है पिता.!
चोट न पहुँचें किसी को,
इसलिए ढाल बन जाता है पिता..!!
Ghar achche se chale,
Isliye pradhan ho jata hai Pita..
Chot na pahunche kisi ko,
Isliye dhaal ban jata hai Pita..

बेटे को तरक्की मिलें,
इसलिए दर्द नहीं दिखाता है पिता.!
बेटी को खुशियाँ मिलें,
इसलिए आँसू अपनी छुपाता है पिता..!!
Bete ko tarakki mile,
Isliye dard nahi dikhata hai Pita..
Beti ko khushiyan mile,
Isliye aansoo apni chhupata hai Pita..

माँ जितनी सम्मान कोई पा न सका,
गर कोई पाया तो वो होता है पिता.!
रब की तलाश करने वालों,
रब का ही रूप होते हैं माता और पिता..!!©RRKS.!!
Maa jitni samman koi paa na saka,
Gar koi paya to wo hota hai Pita..
Rab ki talash karne walo,
Rab ka hi roop hote hain Mata aur Pita..©RRKS.

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