मन की तृष्णा हो जाती है सम्पूर्ण,
नहीं रहता फिर बेतुका जुनून.!
परिचित जब होते हैं कृष्ण के व्यक्तित्व से हम,
हो जाता है जीवन परिपूर्ण..!!
Mann ki trishna ho jati hai sampurna,
Nahi rahta phir betuka junoon..
Parichit jab hote hain Krishna ke vyaktitva se hum,
Ho jata hai jeevan paripurna..
बाल काल् का नटखटपन हर किसी को है भाता,
अठखेलियां देख बच्चे की हर माँ को कृष्ण रूप ही याद है आता.!
दूध मक्खन की लत हर बच्चे को है लगाता,
स्वस्थ रहे तन मन खा कर यही हर कोई है मनाता..!!
Bal kaal ka natkhatpan har kisi ko hai bhata,
Athkheliyan dekh bachche ki har maa ko Krishna roop hi yaad hai aata..
Doodh makkhan ki lat har bachche ko hai lagata,
Swastha rahe tan mann kha kar yahi har koi hai manata..
सुदामा संग दोस्ती निभा दोस्ती के मायने समझाया,
राधा रानी के प्रेम को ऊँचा स्तर दिलवाया.!
द्रौपदी की लाज भरी सभा में कृष्ण ने ही बचाया,
पापी अगर अपने भी हो तो उसको भी मिटाया..!!
Sudama sang dosti nibha dosti ke mayne samjhaya,
Radha rani ke prem ko uncha star dilwaya..
Draupadi ki laaj bhari sabha mein Krishna ne hi bachaya,
Papi agar apne bhi ho to usko bhi mitaya..
प्रबंधन के गूढ़ कला से प्रेम है सिखाया,
कर्म को ही सर्वोपरि है बतलाया.!
कर्तव्य पालन के लिये अर्जुन को सही राह दिखाया,
गीता के रूप में जीने का उद्देश्य दुनिया को है बताया..!!RRKS.!!
Prabandhan ke gudh kala se prem hai sikhaya,
Karm ko hi sarvopari hai batlaya..
Kartavya palan ke liye Arjun ko sahi raah dikhaya,
Gita ke roop mein jeene ka uddeshya duniya ko hai bataya..RRKS.
आपने बहुत सुन्दर लिखा
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद संजय जी..।।
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